ग्रहों की दशा
रजनी कोचिंग इन्सटीट्यूट से रोती बिलखती घर आकर चुपचाप खुद को अपने कमरे में बंद कर ली थी । वह
Read Moreरजनी कोचिंग इन्सटीट्यूट से रोती बिलखती घर आकर चुपचाप खुद को अपने कमरे में बंद कर ली थी । वह
Read Moreजब से कामिनी का फोन आया था कि मैं सबकुछ छोड़कर तेरे पास आ रही हूँ, उसके मन में हलचल
Read Moreनिधि का कितना मन था अपनी सहेलियों के साथ पिकनिक पर जाने का । लेकिन हर बार की तरह इस
Read Moreसम्पूर्ण विश्व कुरुक्षेत्र बना हुआ है, युद्ध करते साल भर से अधिक व्यतीत हो चुके हैं । चहुंओर त्राहिमाम त्राहिमाम
Read More“माँssss…क्या मुझे भी तेरे जैसा ही बचपन मिलेगा ? क्या मुझे भी सीढ़ियों पर भूखे-प्यासे तेरे इंतजार में सोना पड़ेगा
Read Moreगोपाल के मन में बृज की होली देखने की इच्छा हुई । वह व्यग्र और विह्वल से धरा की ओर
Read Moreभाभी की जचगी पर खुशी भाभी के मायके आई थी । कुछ दिनों से नन्हीं के साथ खेलने के बहाने
Read More“क्या कर रही हो डार्लिंग ? मुझे आये हुए आधे घंटे से ऊपर हो गये हैं । एक कप चाय
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