अक्षरों के सरदार लुटेरे हो गए हैं। लगभग सब अख़बार लुटेरे हो गए हैं। आँखों-आँखों में ही सब कुछ ले लेते, आँखों के दीदार लुटेरे हो गए हैं। दरियाओं के मांझी आपस में मिल गए, आर लुटेरे पार लुटेरे हो गए हैं। अर्चन पूजा में भी चोरी कर लेते, सजदे के सत्त्कार लुटेरे हो गए […]
Author: बलविन्दर ‘बालम’
त्रिभाषा मुशायरे का शानदार आयोजन
पठानकोट (बालम) पंजाबी विकास मंच पठानकोट, पंजाब ने शानदार पहल के तहत होटल लियू में त्रिभाषी मुशायरे का आयोजन किया। जिसमें प्रसिद्ध कवियों ने अपनी सशक्त, हृदयस्पर्शी कविताएं सुनाकर माहौल को शानदार बना दिया।मंच के अध्यक्ष हरबंस सिंह कंवल, मनमोहन ढकालवी और राजिंदर पराशर ने कहा कि इस मंच के संस्थापक माखन सिंह भुई दूसरों […]
प्राकृतिक सौंदर्य में लिपटी ख़ूबसूरत कांगड़ा घाटी
कांगड़ा हिमाचल प्रदेश की मनमोहिनी घाटी है। पर्यटकों के लिए कांगड़ा जिला सवोत्तम क्षेत्र है। यहां अनेकानेक ही धार्मिक स्थान तथा मर्मस्पर्शी स्थान देखने को बनते हैं। कांगड़ा घाटी लगभग 95 मील लम्बी तथा 35 मील चोढ़ी है। समुन्दर तल से लगभग 585 मीटर ऊँचाई पर। कांगड़े की चित्रकारी, भितिचित्र मशहूर है। राजा संसार चंद […]
ऋषि परम्परा के स्तम्भ भगवान परशुराम
ब्रह्म शक्ति के बिना क्षात्र शक्ति पुष्ट नहीं हो सकती। क्षात्र शक्ति के बिना ब्रह्म शक्ति वृद्धि को प्राप्त नहीं होती। दोनों के पारस्परिक सहयोग से ही कल्याण सम्भव है। त्रेता युग में ऐसा समय आया था जब क्षात्र शक्ति आतताई का रूप धारण कर गई थी। कार्तवीर्य पराक्रमी प्रतापी राजा था। भगवान दत्तात्रेय की […]
ब्रह्म, वायु पुत्र, प्रकांड विद्वान, ज्योतिष विद्वान, संगीतज्ञ: रामभक्त हनुमान
हनुमान जयन्ती (5 अप्रेल) विशेष ब्रह्मचारी राम भक्त हनुमान रामायण के प्रतिष्ठित एंव बलपूर्वक पात्र हैं। संजीवनी बूटी लाकर लक्षमण को जीवंत करना उनका एक सर्वश्रेष्ठ उद्यम माना जाता है। वह मानवता के सर्वगुण सम्पन्न थे। वह एक महान संगीतज्ञ, अच्छे गायक, प्रकांड विद्वान, ज्योतिष विद्वान, वायु पुत्र, बजरंगी अष्ट सिद्धि और नौ निधियों के […]
ज़िन्दगी एक ख़ूबसूरत मौक़ा
ज़िन्दगी एक ख़ूबसूरत मौक़ा है। कुदरत ने चौरासी लाख जून की ज़िंदगी को एक ख़ूबसूरत मौक़ा केवल तो केवल एक बार ही देना है। दोबारा नहीं, बिल्कुल दोबारा नहीं। इस को हर हाल व्यर्थ में जाया नहीं करना चाहिए। इस ख़ूबसूरत मौक़े के बेहतरीन कीमती तोहफों की अनेकानेक ही दुख सुख की शाखाएं फलती फूलती […]
दर्शनीय स्थलों की जन्नत है ऊटी
ऊटी दर्शनीय स्थलों की जन्नत है। पैर पैर पर ख़ूबसूरती अपनी परिभाषा स्वंय कहती है। ख़ूबसूरती प्राकृतिक शक्ति तथा मानवीय उद्यमों का इतना मर्मस्पर्शी मिश्रण है कि सुन्दर दृश्य आँखों के माध्यम से हृदय के उतर कर आनंदविभोरता का अहसास दिलाते चले जाते हैं। यहां पहाड़ों की चोटी से गिरते दिलकश निर्झर, सीढ़ियांदार लम्बे-चौढे चाय […]
ग़ज़ल
ज़िंदगी को अर्थ सच्चे बख़्शती है पाठशाला। अर्चना पूजा शिवाला बंदगी है पाठशाला। अंधेरों को रौशनी की एक नईं तजवीज़ देती, चमकता सूर्य, सितारा, दोस्ती है पाठशाला। अक्ल के जौहरी इसके मस्तिष्क से तीक्ष्ण, कर्म मार्ग के रत्त्न से चमकती है पाठशाला। आलसी कमज़ोर आदत इसके पूरक होती नहीं है, तपस्वी साध्क को देती ज़िंदगी […]
नारी जन्नत की परिभाषा
नारी जन्नत की परिभाषा। नारी पीढी की अभिलाषा। नारी मन्दिर में जैसे ज्योति। नारी समता से भरी गोदी। नारी शीतल नीर समन्दर। नारी सचखण्ड में हरिमन्दिर। नारी धरती नारी अम्बर। नारी सुखमणि दुख अन्दर। नारी शुभ मंगल अभिवादन। नारी मारूस्थल में सावन। नारी अग्नि नारी मंजर। नारी दुश्मन के लिए खंज़र। नारी सत्यम सुन्दरम शक्ति। […]
गीत – नए रंग हैं नए ढंग हैं
नए रंग हैं नए ढंग हैं नए नियमों की होली है। नए प्रयोग परिवर्तन में यह कस्मों की होली है। नए हैं भाव दृष्टिकोण का आगाज़ बढिय़ा है। कि उड़ते बाज के पँखों में तो परवाज़ बढिय़ा है। यह शिष्टाचार श्रद्धा प्यार एंव कदरों की होली है। नए रंग हैं नएं ढंग हैं नए नियमों […]