शादीशुदा बेटे की विडंबना समझो
शायद इस विषय के बारे में कोई सोच भी नहीं रहा। हर विषय, हर किरदार पर लिखा गया है पर
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Read Moreबंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। चुनाव के नतीजे आने के
Read Moreन जप जरूरी न तप, न मेला कुंभ का जरूरी न स्नान शाही न धागे मन्नत के, न मन में
Read Moreहम इंसानों ने आज तक प्रकृति को प्रदूषित करने का एक मौका नहीं गंवाया मुफ़्त में मिल रहे हवा पानी
Read Moreभले हम कितना भी कोस ले कलयुग को और इंसानी फ़ितरत को की इंसानियत मर गई है, अपनापन ख़त्म हो
Read Moreहे ईश्वर हम चोरी, भ्रष्टाचार, दंगे, बलात्कार और धर्मांधता के आदी तो बन चुके है। अब रहम करो हर कोई
Read Moreकितने विमर्श, कितनी तारीफें, कितनी संवेदना लिखी गई है औरतों को लेकर। पर हर कोई भूल चुका है कि मर्द
Read Moreकितना भी इस पंक्तियों को हम गुनगुनाएं पर ज़िंदगी कि आपाधापी से उलझते एक आतंक से उभरे ना उभरे कि,
Read Moreये कोरोना की महामारी ऐसे जल्दी से जाने वाली लगती नहीं, आदत ड़ाल लो इसके साथ जीने की। पर कुछ
Read Moreआत्मविश्वास एक बहुत बड़ी पूँजी होती है जो इंसान को कभी हारने नहीं देती, सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास गहना है
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