आज का आदमी
आज का आदमी गुस्साया सा क्यों है जिससे भी करो बात कुछ तन्नाया सा क्यों है वार करता तरकश में
Read Moreआज का आदमी गुस्साया सा क्यों है जिससे भी करो बात कुछ तन्नाया सा क्यों है वार करता तरकश में
Read Moreकुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है यह चंद लाइन हैं नीरज जी की कविता की
Read Moreशायद मन का पक्षी उड़ान भरते भरते थक गया है अब कुछ आराम करना चाहता है उड़ते उड़ते एक दिन
Read Moreआज जुलाई २० को अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस है सोचा इस विषय पर कुछ लिखूं. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए
Read Moreमिट्टी की सौंधी सौंधी खुशबू नथवों में आते ही बरबस नज़रें दौड़ गई घर के आंगन की ओर शायद वारिस
Read Moreजमाने में किस को किस की परवाह है सब अपने ही गम में मसरूफ़ हैं गम अपना देखें कि गैरों
Read Moreशब्द निशब्द हो अक्षर बन गए जुबां से उतर उंगलियों पे अा गए शब्द और जुबां का साथ छूट गया
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