भारत में हजारों वर्ष पूर्व से योग और आयुर्वेद जैसी चिकित्सा पद्धति विद्यमान है। अंग्रेजों के भारत में आने से पूर्व यहां की शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था उत्तम थी। गांव-गांव गुरुकुल चलते थे। गुरुकुल में योग और आयुर्वेद के साथ-साथ अन्य विषयों की शिक्षा निशुल्क दी जाती थी। अंग्रेजों ने भारत की शिक्षा और चिकित्सा […]
Author: बृज नन्दन यादव
स्वावलंबन से समृद्धि की ओर उत्तर प्रदेश
आज जब पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है तो भारत भी उससे अछूता नहीं है। लेकिन एक बात जरूर है इस कोरोना संकट से निपटने में जो कदम उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उठाया है वह काबिले तारीफ है। वहीं जनता ने भी इस कोरोना संकट काल में संयम और समझधारी दिखाते […]
युवाओं के आदर्श भगवान श्रीकृष्ण
भगवान श्री कृष्ण का सारा जीवन प्रेरणाओं से भरा है। उन्होंने धर्म और सत्य की स्थापना के लिए जीवन भर संघर्ष किया। युवाओं के लिए उनका जीवन आदर्श है। उन्होंने अपने जीवन का स्वर्णिम काल राष्ट्र के समुत्कर्ष में लगाया। भगवान कृष्ण की कारागार से जंगल तक की यात्रा में जीवन जीने के अनेक सूत्र […]
26 जुलाई पर विशेष – कारगिल विजय के 20 वर्ष
26 जुलाई 1999 वह दिन था जब पाकिस्तान ने भारतीय सेना के आगे घुटने टेक दिए थे। सीमा पार घुसपैठ करने वाले पाक के पास भारत के सामने झुकने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। भारतीय जवानों के साहस, वीरता और जज्बे के सामने पड़ोसी मुल्क की सेना हार मान चुकी थी और तत्कालीन […]
अस्त हो गया पत्रकारिता का सूर्य
13 जून को प्रात: राजनाथ सिंह सूर्य के निधन का समाचार पाकर मैं स्तब्ध रह गया। मैं शाखा के बाद विश्व संवाद केन्द्र में चाय पी रहा था तब तक समाचार मिला कि सूर्य जी नहीं रहे। यह समाचार मुझको झकझोर देने वाला था कि क्योंकि 08 बजे उनसे मिलना तय था। एक दिन पूर्व […]
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की जीत
मोदी की नीति नीयत नीतियां और नेतृत्व पर भरोसा जताते हुए देश की जनता ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में प्रचण्ड बहुमत दिया। यह जनादेश जहां देश को नई ऊंचाईंयों पर ले जाने में सहायक सिद्ध होगा वहीं विश्व में बढ़ी भारत की प्रतिष्ठा को स्थायित्व मिलेगा। यह केवल मोदी की जीत नहीं है। यह […]
पत्रकार से प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई संघ के प्रचारक और पत्रकार के बाद सांसद और देश के प्रधानमंत्री बने लेकिन उन्होंने आजीवन राष्ट्रधर्म का पालन किया। राजनीति उनके लिए साधन नहीं साध्य थी। वे राजनीति में अध्यात्म का समावेश चाहते थे। अटल बिहारी बाजपेई का मानना था कि सत्ता ऐसी होनी […]
प्रणव मुखर्जी का आरएसएस से पुराना याराना
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का संघ से पुराना याराना है। संघ के वर्तमान सरसंघचालक डॉ मोहनराव भागवत से उनकी पुरानी दोस्ती है। डॉ मोहनराव भागवत का केन्द्र भी बंगाल रहा है। संघ संस्थापक डॉ हेडगेवार से लेकर द्वितीय सरसंघचालक माधवराव सदाशिव राव गोलवरकर उपाख्याय श्रीगुरूजीए तृतीय सरसंघचालक बाला साहब देवरसए चतुर्थ सरसंघचालक राजेन्द्र सिंह उपाख्याय […]
मुलायम ने सबसे पहले की थी अम्बेडकर के नाम पर योजनाओं की शुरूआत
अम्बेडकर महासभा के कार्यक्रम में कभी नहीं आयीं मायावती लखनऊ, 19 जनवरी। दलितों की हितैषी का दावा करने वाली भाजपा हो या फिर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भले ही बाबा साहब अम्बेडकर के नाम पर तमाम योजनाओं और स्मारकों का निर्माण करवाया हो। लेकिन उत्तर प्रदेश में इसकी शुरुआत सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने […]
अम्बेडकर महासभा में मोदी दौरे पर टिकी दलितों की निगाहें
लखनऊ,19 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजधानी लखनऊ स्थित अम्बेडकर महासभा के कार्यालय में 22 जनवरी के आगमन पर देशभर के दलितों की निगाहें टिकी हैं। अम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष डा. निर्मल प्रसाद ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि डा. अम्बेडकर ने दलितों को सामाजिक और राजनैतिक आजादी दिलायी। उसके बाद कारवां वहीं रूक […]