कविता

मां

मां से ही जीवन , मां से ही सारी खुशियां, बिन मांगे मेरी जो मुराद पूरी कर दे, कोई और नहीं, मेरी मां है। मां का किन शब्दों में करूं मैं गुणगान, जिस ने दिया मुझे  अच्छा संस्कार, जिसके आशीर्वाद से आज मैं जो कुछ भी हूं, कोई और नहीं, मेरी मां है। मां का […]

कविता

जीवन के रंग अनेक

जीवन के रंग अनेक कभी धूप ,कभी छांव, कभी सुख ,कभी दु:ख पर, मैं दिन– रात चलती हूं ना थकती ना गिरती हूं। मौसम बदलते हैं पर, मैं नहीं बदलती,  सपनों को साकार करने के लिए  प्रतिदिन आगे मैं बढ़ती हूं। कुछ कर गुजरने की चाहत मुझमें, आसमां को छू लेना चाहती हूं। ऊंचे हैं […]

कविता

दोस्ती

दोस्ती, न हैसियत देखती है, दोस्ती, न रंग रूप से होती है, दोस्ती, न जाति –धर्म देखती है, दोस्ती में तो दो विचारों का मिलना , मन का खिलना होता है। जीवन में अच्छे दोस्त ,बड़ी मुश्किल से मिलते हैं, दोस्त ,सुख –दु:ख के साथी बनते हैं, उम्र के हर पड़ाव पर कैफियत पूछते हैं। […]

कविता

होली प्रेम का पर्व

ये प्रेम का पर्व है, खुशियों का पर्व है, हम मिलजुल कर मनाएंगे होली का पर्व, फागुन के गीत गाएंगे, ढोल नगाड़ा भी बजाएंगे, अम्मा के हाथ की बनी गुझिया भी! खाएंगे, चाचा –चाची के साथ होली का पर्व मनाएंगे, ये प्रेम का पर्व है खुशियों का पर्व है गांव में परिवार के साथ  होली […]

कविता

तेरी बेटी हूं मां

तेरी बेटी हूं मां मुझे पराया धन ना कहो तेरा घरबार संवारू मां चुन-चुन कर फूलों से सजाऊं मां पराया धन कहकर इस फूल को मां मुरझाया ना करो! बुढ़ापे की लाठी बन मां तुझे चार धाम की यात्रा कराऊंगी तेरी बेटी हूं मां इस बेटी का दिल दु:खता है मुझे पराया धन ना कहो। […]

कविता

जीवन मेरा वसंत

जीवन मेरा वसंत मस्त रहती हूं , अपनी दुनिया में, हंसती हूं हसाती हूं ,औरों को गले लगाती हूं, जीवन मेरा वसंत। कोयल की कूक, पपीहे की पीहू, गीत गाती हूं , गुनगुनाती हूं,  जीवन मेरा बसंत। भेदभाव दूर करती हूं,प्रेम की मादकता लिए साथ चलती हूं, गुंजायमान करती हूं, जीवन में चेतना का संचार […]

कविता

चलो! मतदान कर आएं

आओ! लोकतंत्र का पर्व मनाए, वोट देकर अपना फर्ज निभाएं। देश के प्रति हमारा भी कर्तव्य है, चलो ! हम सब मतदान कर आएं। सारे काज छोड़ चलो ! मतदान केंद्र पर, आप ! वोट बेकार न करें, सोच समझकर वोट करें। चारों ओर चेतनाप्रकाश हो, आओ! हम अपने प्रतिनिधि को चुनकर  लाएं l भैया […]