गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/10/2021 एक गजल और कहते हो तो लो हमसे सुनो एक गजल और जीना है तो मरने की करो एक पहल और सत्ता का Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 03/09/2021 ग़ज़ल इस अंधेरी रात में कोई दिया जलता तो है कोई है जो साथ साये की तरह चलता तो है आज Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 03/07/2021 ग़ज़ल रदीफ हो न हो पर काफिया जरूरी है दवा तो सिर्फ दवा है दुआ जरूरी है ये और बात कि Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 02/06/202121/06/2021 गज़ल अध्यात्म की सीमा नहीं कोई ये सहज जान जो घटता दिखाई दे उसी सत्य को तू मान ‘मोदी’ की जगह Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 05/05/202106/05/2021 ग़ज़ल इक दर्द का दरिया मेरी आँखों से रवाँ है कल तक था जो आनन्द का सागर वो कहाँ है तज Read More
पुस्तक समीक्षा देवकी नंदन 'शान्त' 29/03/202129/03/2021 महाभारत पर लघु-उपन्यास ‘उपसंहार’ की समीक्षा महाभारत युद्ध के समापन की कहानी, अश्वत्थामा द्वारा किये गये पान्चालो और पाण्डवपुत्रो के संहार का वर्णन तथा सबसे अन्त Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 29/03/2021 होली में रंग चलायें जी भर लेकिन जी न जलाएं होली में आग लगाएं दाग छुङायें राग बढाये होली में होली के Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 04/02/2021 ग़ज़ल आँखों में आफताब उगाने की बात है कोहरे का खौफ दिल से मिटाने की बात है अमावस का रंज करने Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 06/01/2021 ग़ज़ल सात रंगों की तरह मिलके बिखर जाते हो और खुशबू की तहर छू के गुजर जाते हो मैंने जब भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल देवकी नंदन 'शान्त' 02/12/2020 ग़ज़ल तुम पास मुझे अपने बुला क्यों नहीं लेते हे राम मुझे अपना बना क्यों नहीं लेते अच्छाई से ज्यादा यहाँ Read More