अपने स्वभाव में जियो
न किसी के प्रभाव में जियो,न किसी के अभाव में जियों, ज़िन्दगी में जीना है तो, बस अपने स्वभाव
Read Moreन किसी के प्रभाव में जियो,न किसी के अभाव में जियों, ज़िन्दगी में जीना है तो, बस अपने स्वभाव
Read Moreहम काँच के खिलौने नहीं हैं, जो गिरते ही टूट जायेंगें , जोर से चट्खेगें और टुकड़े टुकड़े बिखर जायेंगें,
Read Moreआज के इंसान की ज़िंदगी- जैसे सलाखों के पीछे कैद , लगती हैं कारावास सी, कुछ सलाखें हैं व्यावसायिक मज़बूरी
Read Moreसमय की कसौटी बीता समय पंख लगा, क्षितिज में समाया है, और हम कर रहे समीक्षा, हमने क्या खोया क्या
Read Moreमेरे दिल में एक छोटा सा बच्चा है ……. जो सोचता रहता है तुम्हे , एक शरारत की तरह
Read Moreशुभ प्रभात मित्रों, आज का दिन बहुत खास व महत्वपूर्ण है आज हमारे मित्र मंडल के आदरणीय सदस्य श्री विजय
Read Moreहमने एक कुत्ता पाला, सीधा सादा भोला भाला, धीरे धीरे वह हमसे हिल गया, पूरे परिवार के साथ घुलमिल गया, रोज़ हमको पार्क
Read Moreकब यह वक़्त बदलेगा- वक़्त क्यों बार बार बदल जाता है, क्यों इसे किसी का हँसता चेहरा नहीं भाता
Read Moreनदी किनारे बैठे बैठे मैंने देखा जल का खेल. अपनी उठती लहरों से ज्यों बना रहा हो पर्वत शैल, कहीं
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