मानस बचन
************************************* रघु कुल शिरोमणि श्रीराम की बंशावली~ ************************************* 1 – ब्रह्मा जी से मरीचि हुए, 2 – मरीचि के पुत्र
Read Moreद्रुपद सुता की लाज बचा लो ,आके मुरलीवाले। कहाँ तू सो रहा है।। बीच सभा मे देखो ,दुखिया पुकारे बड़ी
Read Moreवह कौन था ? जिसे हमने प्रत्यक्ष अपनी नजरों से देखा ,विश्वास नही होता की क्या ये सत्य है अथवा
Read Moreओ दीनन के हितकारी। मैं लागूं तेरी गुहारी हूँ दीन हींन दुखियारी। फंसकर माया जाल मे अपने प्रभु को दिया
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