माँ
ज़िंदगी का पहला सबक तुमसे ही सीखा था ! माँ तुम ही मेरी पहली गुरू थी , क्योंकि बात करना
Read More१ करके खता भी हर बार तुम खफा होते रहे , तेरी राहों में चिरागे रोशनी फिर भी ना हमने
Read Moreजाने किस कुसूर की मिलती है सज़ा ! क्यूं चुप है यह समाज और यह जहाँ ! बीत रहे थे
Read Moreकभी -कभी रिश्तों में अलगाव की वजह, इतनी छोटी सी बात से हो जाती है कि समय के साथ -साथ
Read Moreआज फिर रीटा और अभय घर देरी से आए थे ! लक्षमी के देहांत के बाद श्यामलाल बहुत तन्हा और
Read More