सर पटकने से पत्थर पिघलता नहीं
सर पटकने से पत्थर पिघलता नहीं। लिखा किस्मत का टाले से टलता नहीं।। लग गया हो अगर इश्क का रोग
Read Moreसर पटकने से पत्थर पिघलता नहीं। लिखा किस्मत का टाले से टलता नहीं।। लग गया हो अगर इश्क का रोग
Read Moreजिंदगी ही कहानी है या कहानी ही जिंदगी है इस प्रश्न का ठीक-ठीक उत्तर देना थोड़ा उलझन भरा हो सकता
Read Moreकामनाएँ फिर से जागी जा रही भावनाएँ भी उमड़ कर आ रहीं रात में छुपकर मधु का पान कर चांदनी
Read Moreकभी सूरज कभी चन्द्रमा की तरह,दिखता तू ही तू है खुदा की तरह | उठी नज़रें मेरी जब भी जिस
Read Moreउम्र हो चाहे कोई भी प्यार करना लाजिमी है | प्यार से ही प्यार में कुछ वार करना लाजिमी है।।
Read Moreकर्म पथ पर हमेशा मैं चलती रहूंगी | धर्म कर धर्म के संग बढ़ती रहूंगी | चलो माना कि पथ
Read Moreपलकों में ही अश्रु संजोकर पीना सीख लिया , रोते – रोते हँसकर मैंने जीना सीख लिया, तेरी खुशियों में प्रिय
Read Moreहमारे लिए गर्मी की छुट्टियों में हिल स्टेशन तथा सर्दियों में समुद्री इलाका हमारा ननिहाल या ददिहाल ही हुआ करता
Read Moreचले आओ कि तेरे बिन कहीं अच्छा नहीं लगता | कि सपने देखती तो हूँ मगर सच्चा नहीं लगता |
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