“गज़ल”
गर्मी की छुट्टी का कुछ तो प्लान बनाएं चलो इसबार सपरिवार लातूर हो आएं सुना है पानी को भी अब
Read Moreपौध पेड़ होता नहीं, जबतक लगे न हाथ अंकुर होता बीज है, पाकर माटी साथ पाकर माटी साथ, पल्लवित होता
Read Moreशीर्षक- उल्हास, आनन्द, उत्सव उल्हास अतिरेक लिए, शादी में धक धाँय आनंद का विनाश है, बंदुक बरात जाय खुशी को
Read More