पं. लेखराम की ऋषि दयानन्द से भेंट का देश व समाज पर प्रभाव
ओ३म् पंडित लेखराम स्वामी दयानन्द के आरम्भिक प्रमुख शिष्यों में से एक थे जो वैदिक धर्म की रक्षा और
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Read Moreओ३म् सभी मनुष्यों को नित्य-प्रति ईश्वर की स्तुति, प्रार्थना और उपासना अवश्य करनी चाहिये जिससे वह कृतघ्नता के महापाप
Read Moreओ३म् आर्यसमाज के संस्थापक और वेदों के महान विद्वान ऋषि दयानन्द सरस्वती हवन करने से लाभ व न करने
Read Moreओ३म् टंकारा से 8 मार्च, 2016 को पूर्वान्ह में राजकोट आकर हमनें रेलमार्ग से अहमदाबाद के लिए प्रस्थान किया और
Read Moreओ३म् ऋषि दयानन्द ने सत्यार्थप्रकाश के सप्तम् समुल्लास में ईश्वर के निराकार व साकार स्वरुप की चर्चा की है।
Read Moreओ३म् शिवरात्रि के अवसर पर ऋषि दयानन्द जन्म भूमि टंकारा में ऋषि बोधोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस
Read Moreओ३म् हमने इस वर्ष ऋषि बोधोत्सव के अवसर पर ऋषि दयानन्द की जन्म भूमि टंकारा जाने हेतु 5 मार्च
Read Moreओ३म् पं. गुरुदत्त विद्यार्थी जी का आर्यसमाज के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। आप बहुमुखी प्रतिभा से सम्पन्न युवक
Read Moreओ३म् गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भारत की धर्म व संस्कृति वेदों पर आधारित रही है। वेद सबसे पुराने होने
Read Moreओ३म् वेद ईश्वरीय ज्ञान होने से स्वतः प्रमाण हैं। अन्य सभी ग्रन्थ वेदानुकूल होने पर प्रमाण और वेद विरुद्ध होने
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