ईश्वर अनादि काल से अनन्त काल तक सबका एकमात्र साथी
ओ३म् मनुष्य जन्म व मरण धर्मा है परन्तु मनुष्य शरीर में निवास करने वाला जीवात्मा अजन्मा व अमर है। जीवात्मा
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Read Moreओ३म् आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान विशिष्ट ज्ञान को कहते हैं। विज्ञान ज्ञान की वह विधा है
Read Moreओ३म् क्या ईश्वर और धर्म आज भी प्रासंगिक हैं अथवा यह बातें मध्यकालीन अज्ञान व अन्धविश्वास पर आधारित हैं? संसार
Read Moreओ३म् मनुष्य योनि मोक्ष का द्वार है। मोक्ष दुःखों से सर्वथा निवृत्ति और जन्म-मरण के बन्धन से मुक्ति को कहते
Read Moreओ३म् भारत और भारत से इतर देशों में जहां भारतीय मूल के लोग रहते हैं, प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह की
Read Moreओ३म् प्रेरक प्रसंग देहरादून में हमारे एक पुस्तक प्रेमी ऐसे मित्र हैं जिनका अपना निजी पुस्तक संग्रह देहरादून में सर्वाधिक
Read Moreओ३म् हमारे एक लेख में आर्यसमाज की प्रथम पीढ़ी के गीतकार मेहता अमींचन्द जी का नाम आया था। लेख पर
Read Moreओ३म् वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में 21 दिवसीय चतुर्वेद परायण यज्ञ निर्विघ्न सम्पन्न वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में
Read Moreओ३म् हरिद्वार के कुम्भ मेले में आर्यसमाज के वेद प्रचार शिविर का श्रद्धापूर्ण वातावरण में उद्घाटन ………. हरिद्वार में 20
Read Moreओ३म् –ऋषि दयानन्द जन्मभूमि टंकारा में ऋषि बोधोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम- इस वर्ष हमने महर्षि दयानन्द की जन्म भूमि टंकारा
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