अपने ही देश की सम्पत्ति को बार बार क्यूं आग लगाते इतना निकृष्ट कृत्य करके भी क्यों तुम रत्ती भर नही लजाते ।। कभी ट्रेन तो कभी रेलवे स्टेशन कभी बसों को नुकसान पहुंचाते कैसे हो तुम आंदोलनकारी, जो अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी चलाते सेना में भर्ती की आश लगाकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम […]
Author: नवल किशोर अग्रवाल
मेघराज
धूम धड़ाके बहुत कर लिए कितनों के ही प्राण हर लिए कब बरसो गे, हर्षाओ गे मेघराज तुम कब आओगे ।। सूख गये सब ताल तलैया प्यास से व्याकुल बैल और गैया नदियां, झील और झरने सूखे प्यास धरा की कब मिटाओ गे मेघराज तुम कब आओगे।। खेत, खलिहान, गांव, किसान बाग, बगीचे, सारा जहान […]
नया सवेरा
रात अंधेरी बीत गयी खुशियों का बसेरा आया है फिर चहक रहे हैं सब पंक्षी तू, क्यों कर मुर्झाया है लो नया सवेरा आया है।। सब तरफ हैं खुशियां झलक रही बागों में कलियां चटक रही इन रंग बिरंगे फूलों ने सारा गुलशन महकाया है लो नया सवेरा आया है ।। आंधी जो आई थी […]
पर्यावरण
पेड़ लगाकर, पेड़ बचाकर प्रदूषण को वश में कर लें चारों तरफ फैला कर हरियाली पर्यावरण सुरक्षित कर लें ।। थोड़ा खाद और पानी देकर अपना वक्त और जवानी देकर पेड़ों की देखभाल करें स्वयं का मन खुशहाल करें ।। नदी झील तालाब तलैया मीठे जल के सागर हैं इनको मत दूषित होने दो […]
मुस्कुराना कभी न छोड़ो
चाहे सुख हो, चाहे दुख हो अपनों से संग साथ निभाओ दोस्तों यारों के संग बैठकर यादों की फुलझडियां फोड़ों मुस्कुराना कभी न छोड़ो ।। एक सा वक्त कभी नहि रहता समय का चक्र तो चलता रहता धैर्य का दामन थामे रखो जड़ों से रिश्ता कभी न तोड़ो मुस्कुराना कभी न छोड़ो ।। […]
रहस्य
चलते जा रहे हैं, बिना रुके, बिना समय गंवाए कहां जाना है जिसे पता है, जरा हमें बताए ।। क्यों आए थे धरा पर , कुछ तो उद्देश्य होगा क्या हासिल कर पाए जिसे पता है, जरा फर्माए ।। संग्रह करते जा रहे धन दौलत, ऐश्वर्य खजाना कौन साथ ले जा पाया जिसे पता है, […]
अक्षय तृतिया
अक्षय तृतिया का पर्व यह घर घर लाए खुशहाली स्वास्थ्य रहे सबका उत्तम जेब न हो कोई खाली ।। चेहरों पर रौनक हो सबके हों सबके तन मन खिले हुए अंगड़ाई ले नयी उमंगे सत्य के पथ पर गमन रहे ।। मौसम सदा रहे अनुकूल समय पे बारिश हो भरपूर खेत और बाग सब हरे […]
इलाहाबाद बैंक की याद में
शायद हमारी कोशिशें कम थी या फिर था,जनमत का अभाव वित्त मंत्री पक्षकार बन गयी योगी का नही दिखा प्रभाव ।। इतना मुश्किल काम नही था प्रयाग राज का नाम जुड़ा था क्षेत्रवाद का दांव चल गया बैंक हमारा यहीं पिछड़ गया ।। २२ करोड़ की जनसंख्या पर ०७ करोड़ कर गया कमाल हम आंदोलन […]
भारतीय नववर्ष
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा आज है हम सबका नव वर्ष आज है ।। झूमो नाचो धूम मचाओ एकता का संदेश दर्शाओ अपने धर्म पर हमें नाज़ है हम सबका नववर्ष आज है ।। शुरू हुआ सम्वत उन्यासी खुशी मना लो भारतवासी भगवा ध्वज घर पर लहराओ सोई संस्कृति फिर से जगाओ उत्सव का दिन आज […]
काव्य दिवस है आज (21 मार्च)
काव्य दिवस है आज यह सुन कविता मुस्कराई इसी बहाने चलो हमारी याद तो आई ।। गीतों ग़ज़लों की महफ़िल के ठाठ बड़े हैं इनको गाने वालों के अंदाज बड़े हैं सुनने कहने वालों में हैं मशहूर हस्तियां मैं भी खुश हो जाती हूं जब कोई पढ़ता कविता ।। कम शब्दों में अपनी बात […]