गीतिका/ग़ज़ल

मेहंदी

हथेलियों पे रच के मुस्कुरा रही है मेहंदी। तुम्हारे संग ये भी शरमा रही है मेहंदी। मरमरी हाथों से आती है प्यार की खुशबू, राजे मोहब्बत समझा रही है मेहंदी। मैं क्या मिसाल दूं इन गोरी हथेलियों की, मेरी निगाहों को बस भरमा रही है मेहंदी। कितनी खुशनसीब है जो ये हाथों पे छाई है, […]

गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

कर के दर्द की नुमाइश, सुर्खियाँ बाँट लेते है। सनसनी बनी रहे, ये बस्तियाँ बाँट लेते है। जबान वालों से बेहतर है, हमारी दुनिया, हम इशारों इशारों में ही खुशियाँ बाँट लेते है। अब देश के निखरेंगे हालात, साझा प्रयास से। थोड़ी तुम लो थोड़ी हम, जिम्मेदारियाँ बाँट लेते है। थोड़ी मुझ में है कमियां, […]

गीतिका/ग़ज़ल

रूठ गये बदरा

रूठ गए बदरा दिन फुहारों में गुजरा। फूल न थे, जीवन फकत खारों में गुजरा। कभी कभी अपने गाँव की भी सुध लो, मासूम बचपन, जिन गलियारों में गुजरा। मिलने आना है, वो वादा कर के भूल गए, अपना सारा वक्त चाँद सितारों में गुजरा। हर लम्हा हम उस पल को ढूंढते रहे, आया न […]

गीतिका/ग़ज़ल

जब तुम आओगे

गुलशन में गुल खिलेंगे, जब तुम आओगे। बन के साथी संग चलेंगे, जब तुम आओगे। ये असर होगा एक दिन अपनी दुआओं में, जमीं से आसमां भी मिलेंगे,जब तुम आओगे। तुम भी याद रखना,हम भी न भूलेंगे कभी, पलकों पे ख्वाब पलेंगे जब तुम आओगे। मुझ से सँभाले गए न,मेरे गम ए हालात, मेरे दिन […]

गीतिका/ग़ज़ल

सुख का सूरज

कुछ खर्च किये के कुछ सहेज लिये हम ने। तेरी चाहत में जो भी पल सौंपे थे मौसम ने। मेरी ये फितरत ही ऐसी है दोस्तों क्या करूँ, ठुकराता नही हूँ, जो दर्द दिये शबे गम ने। आज नही तो कल सुख का सूरज चमकेगा, जिंदा रखा बरसों हमें, इस झूठे भरम ने। मैं भी […]

गीतिका/ग़ज़ल

दीपशिखा

भोर तक उजालों के उपहार बांटती रही पागल पवन से न घबराई दीपशिखा। रुठे मन का अवसाद न जाने कहां खो गया मेंहदी रचे हाथों ने जब जलाई दीपशिखा। मन में नन्ही नन्हीं उमंगों के गीत लिये चुपके चुपके गुनगुनाईं दीपशिखा। ध्वनी प्रदूषण से कुछ सहमी मगर फुलझड़ी के साथ झिलमिलाई दीपशिखा। आंगन आगन सब […]

गीत/नवगीत

लम्हों को जी लो

उधेडबुन अच्छी नही, जख्मों को सी लो। जिन्दगी के छोटे छोटे  लम्हों को जी लो। सपने सच होंगे,मगर शर्त है, कोशिश करने का तुम में हौसला हो। एक दिन ये भी दरख्त बन जायेगा, दिल की जमीं पे गर ख्वाब पला हो। बेकार न बहे ये, आँसुओं को पी लो। जिन्दगी के छोटे छोटे लम्हों […]

कविता

शहीद

कल रात मेरे सपने मे आजाद भगत सिंह आए ऐसे वीर शहीदों को सम्मुख पाके हम हर्षाए हम बोले हे वीर शहीदों अपने कदमो की थोड़ी सी रज दे दो मेरा जीवन सफल हो जाएगा मै भी कुछ देश भक्ती कर लूं मेरा भी कुछ मान बढ़ जाएगा हे वीर शहीदो आपके बलिदान को देश […]

गीत/नवगीत

तुम्ही हो रोशन सबेरा

सनम तुम हो तो मै हूँ, तुम से है वजूद मेरा। तुम हो भोर की किरण, तुम्ही हो रोशन सबेरा। तुम्ही हो सरमाया ए हयात, जीवन की पतवार तुम। तुम्ही से जुडी सारी आशाये, मेरे प्यार का आधार तुम। तुम दिल की हो धडकन मिले थे अजनबी बन के, वो रिश्ते गहरे हो गए। दिल […]

गीतिका/ग़ज़ल

फ़ासला

दिलो  के  दरम्यां ये  फ़ासला, हमें मंजूर नही। अधूरा अधूरा सा  सिलसिला, हमें मंजूर नही। सो गए है ये चाँद +सितारे भी, मगर वो न आये, शबे वस्ल  का ये  झूठा वादा, हमें मंजूर नही। दो  दिल  मिल  न  पाए, मौहब्बत  के साये में, गर  यही  है  रब  दा  फैसला, हमें मंजूर नही। आये हो […]