तुम्ही हो रोशन सबेरा
सनम तुम हो तो मै हूँ, तुम से है वजूद मेरा। तुम हो भोर की किरण, तुम्ही हो रोशन सबेरा।
Read Moreसनम तुम हो तो मै हूँ, तुम से है वजूद मेरा। तुम हो भोर की किरण, तुम्ही हो रोशन सबेरा।
Read Moreधँसी आँखें,पिचके पेटों को ,फिर सुनाया भाषण। काठ के खिलौनों ने पढा,रटा रटाया भाषण। रात हुई बारिश,टपकता रहा टूटा छप्पर,
Read Moreसनम तुम हो तो मै हूँ, तुम से है वजूद मेरा। तुम हो भोर की किरण, तुम्ही हो रोशन सबेरा।
Read Moreदिल का शीशा ऐसे टूटा, उनकी खुशी रह गई। शायद मेरी ही चाहत मे, कोई कमी रह गई। जिंदा हूं
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