दिखा दे शक्ति का अवतार है तू हे नारी उठ उठा ले भाल,कृपाण,त्रिशूल बन जा रणचङी,दुर्गा,भवानी अब तेरी है बारी तुझे स्वयं लेना है प्रतिकार नही है तू अबला बन जा सबला दिखा दे शक्ति का अवतार है तू!!! चारो दिशाओ मे दुर्योधन दुशासन घूम रहे मूक बना देख रहा संसार तेरी अस्मिता जार जार […]
Author: प्रियंका त्रिपाठी
प्रयागराज उत्तरप्रदेश
मेरा मन
मेरा मन न जाने क्यों? पवन संग उड़ना चाहे घटाओं संग बरसना चाहे कोयल संग कूकना चाहे फूलो संग महकना चाहे मेरा मन न जाने क्यों? आसमानों पर घर बनाऊ चांद तारों संग टिमटिमाऊ सुबह की बेला जब आए सूरज संग किरणें फैलाऊ आशाओं के फूल खिलाए मेरा मन न जाने क्यों? धरा ओढ़े धानी […]
सघंर्ष
सूर्यं की तरह अटल प्रतिदिन प्रतिपल अनवरत सकंल्प ले सघंर्ष की नीवं रख तू आगे बढ़!!! बाधा कोई भी आए डरना नही घबराना नही गिर उठ सभंल सघंर्ष की नीवं रख तू आगे बढ़!!! सत्य अहिंसा अपनाकर धर्म का पथ प्रशस्त कर बिना रूके बिना ठहरे सघंर्ष की नीवं रख तू आगे बढ़!!! विश्वास का […]