तेरी आंखों में
कहां हो निगाहें करम ढूंढते हैं। तुम्हें रात दिन हर कदम ढूंढते हैं। अभी तो दिखाई दिये मेरे ज़ानिब, निगाहों
Read Moreकहां हो निगाहें करम ढूंढते हैं। तुम्हें रात दिन हर कदम ढूंढते हैं। अभी तो दिखाई दिये मेरे ज़ानिब, निगाहों
Read Moreजिंदगी लाजवाब है न सवालों में उलझ चलती फिरती किताब है न सवालों में उलझ देखने दे हसीं दिलकश ये
Read Moreहर जगह नींव में मजदूर का पसीना है फिर भी मझधार में उसका सफ़ीना है सालो साल मेहनत से बनाता
Read Moreसुरमई रंग छा गया है फिर निगाहों में ढलने लगी है सांस भी दिल की आहों में फिर भी है
Read Moreकैसे बताऊं मैं तुम्हें मेंरी दृष्टी का दर्पण हो तुम दिल में छुपे हर अनकहे विचारों का वर्णन हो तुम
Read Moreकहां हो निगाहें करम ढूंढते हैं। तुम्हें रात दिन हर कदम ढूंढते हैं। अभी तो दिखाई दिये मेरे ज़ानिब, निगाहों
Read Moreकोमल है असहाय नहीं है शक्ति का संधान है तू आत्मरक्षिता अटल शिखर सी स्वयंसिद्धि संज्ञान है तू बढ़ते जाना
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