सुबह का सौंदर्य
है सुबह सुंदर सुहानी मिट गया तम है। शीतला -सुरभित हवा के संग मौसम है।। भर रहा उर -ओज यह
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Read Moreहमने तुम से जनाब पूछा है। देखते क्या हो ख़्वाब पूछा है।। आज वो आए मेरी महफ़िल में। बढ़ के
Read Moreहो रही प्रिय मिलन आतुर , लिख रही हूँ प्रणय पाती । प्रीत – पथ अनुगामिनी मैं , प्रीत ही
Read Moreसाँसों पर लिख नाम तुम्हारा मन ही मन में झूम लिया मोहना !!! तेरी छबि को मैंने चितवन से ही
Read Moreमुझे पता था तू है मेरा तुझसे साँसें चलती है। इन दो नैनों के दीपों में
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