ख्वाबों के नादान परिंदे
ख्वाबों के नादान परिंदे, दूर देश से उड़ आते हैं। पवन वेग से विचर विचर कर मन मुंडेर पर चढ़
Read Moreख्वाबों के नादान परिंदे, दूर देश से उड़ आते हैं। पवन वेग से विचर विचर कर मन मुंडेर पर चढ़
Read Moreहरियाली छाय रही धरा इठलाय रही देखो आम्र कुंजन में कोयलिया गावत है बासन्ती बयार चले झूम -झूम मन हरे थिरकत बागन में सुख
Read Moreदूर हर मुश्किल भगाना चाहती है ज़िन्दगी फिर मुस्कुराना चाहती है दोस्ती होती सदा सच्ची वही जो जान यारों पर
Read Moreआँगन का गुल महका होगा मंज़र प्यारा कितना होगा मैं धारा,वो होगा दरिया बहक गया दिल कब का होगा हँसता
Read Moreशक्ति को न ललकारो शीतल जल ही रहने दो । वात्सल्य अमृत की धारा ममता कल कल बहने दो ।।
Read Moreदिल को करार आया, अँखियाँ चमक सी आई जब चाँदनी सी’ छिप कर वह देख मुस्कुराई । इसरार भी अनोखा,
Read Moreतुम मिले तो खिल गया है प्राण ये जीवन झूमता है नाचता है मोरनी सा मन आज मानस सर भरा
Read Moreदेवनागिरी लिपि हमारी, सुंदर सुरभित गीत लिखें । मातृभूमि शृंगार है हिन्दी, हम हिंदी में जीत लिखें ।। अलख जगादें
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