लघुकथा

जमीर

“ये कैसी रिपोर्ट तैयार की है तुमने यादव जी ? विपक्ष से कोई सवाल नहीं, उल्टे सरकार को ही घेर लिया है। तुम्हारी  यह रिपोर्ट दिखाकर हम मंत्री जी से पंगा नहीं ले सकते। जाओ, और इसे और सुधार कर ले आओ।” लैपटॉप बंद करते हुए चैनल के एडिटर ने रिपोर्टर को डाँट पिलाई। “तस्वीरों को […]

लघुकथा

दर्द

“मम्मी.इ ..” गोलू जोर से चीखा। “क्या हुआ बेटा ?” उसकी चीख सुनकर नैना तड़प कर उसके कमरे में भागी आई। “मम्मी..ये देखो न, मेरी उँगली कट गई। बड़े जोरों का दर्द हो रहा है।” “कैसे कट गई तुम्हारी उँगली ?…अरे, ये तो बहुत खून बह रहा है।” उसकी माँ अधीरता से प्रथमोपचार की पेटी […]

लघुकथा

ईमान- धरम

दल बदल कर आए हुए सत्तर वर्षीय चिर युवा वरिष्ठ नेता पार्टी से अपनी निष्ठा दर्शाने के लिए धुआँधार रैलियाँ कर रहे थे। चुनावी रैली में देर हो जाने के कारण एक दिन उनको रात्रि विश्राम के लिए शहर के सर्किट हाउस में रुकना पड़ा।    कार्यकर्ता उनके लिए शराब और शबाब का इंतजाम करने में जुट […]

गीत/नवगीत

पल पल सरक रहा है जीवन

  पल पल सरक रहा है जीवन रेत घड़ी के जैसे याद करे दुनिया सदियों तक जीवन जी लो ऐसे पल पल सरक रहा है जीवन … क्या लेकर आया था जग में क्या लेकर जाएगा तेरे कर्मों का फल ही बस साथ तेरे जाएगा सद्कर्मों से भरो खजाना क्या करना है पैसे याद करे […]

कविता

गंगा जमुनी देश हमारा ( कविता )

  गंगा जमुनी देश हमारा अलग अलग हैं रंग यहाँ जाति धर्म हैं जुदा जुदा पर रहते हैं सब संग यहाँ मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गली गली गुरुद्वारे हैं जननी मातृभूमि यह सबकी हम बालक इसके सारे हैं कहीं अजान, कहीं गुरुबानी गुंजित है कहीं शंख यहाँ गंगा जमुनी देश हमारा अलग अलग हैं रंग […]

लघुकथा

सोहनलाल

बाहर झुलसा देने वाली चिलचिलाती धूप थी, बावजूद इसके तहसील में आवश्यक कार्य होने की वजह से वह घर से बाहर जाने की तैयारी कर रहा था। भगवान की मूर्ति के सामने हाथ जोड़कर उसने चारखाने वाला खादी का गमछा सिर पर लपेटा और बाहर निकल ही रहा था कि उसकी चौदह वर्षीया पोती अचानक […]

लघुकथा

ईश्वर – अल्लाह

  शहर में दंगा चरम पर था। कहीं से ‘अल्लाहो अकबर ‘ का समवेत शोर उभरता तो कहीं से जोर जोर से ‘ जय श्री राम ‘का गगनभेदी घोष वातावरण में गूँज उठता। टोलियों में घूमते दंगाइयों के अलावा आम जनमानस कहीं नजर नहीं आ रहा था। फूटपाथ पर पुरानी धोतियाँ तानकर बनी अपनी झुग्गी […]

कहानी

पलायन

साथियों, नमस्कार ! रोजमर्रा के जीवन में घटित छोटी छोटी घटनाएँ भी इंसानी जिंदगियों को प्रभावित करती हैं लेकिन हमारे अंदर यह विवेक होना चाहिए कि हम किससे प्रभावित हों और किससे न प्रभावित हों। राजनीति भी एक ऐसा ही विषय जिससे प्रभावित तो सभी होते हैं लेकिन मेरा मानना है कि हमें इससे बिल्कुल […]

गीत/नवगीत

होली गीत

आओ सारे संगी साथी,          आ जाओ हमजोली एक दूजे को रंग लगाके            खेलें प्यार से होली रंग लगाएं ऐसे कि वो            जीवन भर ना छूटे ईर्ष्या, द्वेष, जलन, नफरत की               कमर हमेशा टूटे प्रेम […]

मुक्तक/दोहा

मुक्तक

धन वैभव ऐश्वर्य भरा हो, खुशियों की बरसातें हों दिन हो सुनहरी धूप दमकती, और चाँदनी रातें हों होली का त्यौहार मुबारक, यही कामना है मन में रंगों की वर्षा हो दिन भर, अपनों से मुलाकातें हों