स्वतंत्रता सेनानियों और प्यारे बापू को समर्पित क्यूँ कश्ती को यूँ मझधार में छोड़ गये …..छोड़ गए… तुम तो गए हंसते हंसते……..2 हमें हाय रुला के चले गए; क्यूँ ………….. हमने पायी ऐसे आजादी; जन मन में बसे चरखा खादी बापू की इक हांक पे ………2 तुम तो नंगे पैरों दौड़ गए ; क्यूँ […]
Author: *राजकुमार कांदु
आजादी के मायने
15 अगस्त ! वो तारीख जिसका इतिहास भारत का बच्चा बच्चा जानता है । क्या हुआ था ? क्यों मनाया जाता है ? सभी जानते है सो उसपर ना जाते हुए हम आज कुछ और ही चर्चा कर लेते हैं । 15 अगस्त को सुबह देश भर में सभी सरकारी इमारतों ; मंत्रालयों ;न्यायालयों ; […]
चलो कहीं सैर हो जाये-2
पूर्वकथा सार : हम लोग कुछ मित्र मुंबई से जम्मू माता वैष्णो देवी के दर्शन हेतु ट्रेन से सफ़र करते हुए जम्मू स्टेशन पहुँच चुके हैं । अब आगे … स्टेशन से बाहर निकलते ही बायीं तरफ अमानत घर दिखाई दिया । वैसे तो हम लोग घर से ही काफी कम सामान लेकर आये थे फिर […]
चलो कहीं सैर हो जाये-1
रोज एक ही माहौल में रहते हुए कभी-कभी जिंदगी बोझिल सी होने लगती है । ऐसे में अंतर्मन पुकार उठता है……चलो कहीं सैर हो जाये घूमने फिरने के कई फायदे भी हैं ।नया माहौल, नए लोग, नयी जानकारियां हासिल होती हैं । सैर-सपाटे के साथ ही थोड़ा धरम करम भी हो जाये वैसे ही जैसे […]
सोच कर देखो साथ क्या जायेगा ?
सिकंदर महान ! यह नाम इतिहास में परिचय का मोहताज नहीं । यूनान का यह बादशाह कई देशों पर विजय प्राप्त कर उन्हें अपने अधीन करता हुआ भारत की सीमा पंजाब तक आ पहुंचा । यहाँ सतलुज के किनारे सिकंदर और राज़ा पुरु की सेनाओं में घमासान युद्ध हुआ, लेकिन दुर्भाग्यवश राजा पुरु का पराभव हो […]
संस्मरण : काबिलियत की कसौटी पर किन्नर
बात हमारे बचपन की है. हमारे बाबूजी की बाजार में एक छोटी-सी दुकान थी. उन दिनों हम बहुत छोटे थे. लगभग नौ या दस साल की आयु में भी हम दोनों भाई स्कूल जाने से पहले दुकान पर ही कुछ-कुछ करते हुए अपना समय व्यतीत करते थे. तरह-तरह के भिखारियों के अलावा किन्नर भी सभी […]