गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 10/11/2017 गीतिका अब छोड़ो भी तकरार प्रिये क्यों नोंक झोंक हर बार प्रिये . खुशियों की बारिश में भीगो गम से हो Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 21/08/2017 गज़ल मुकम्मल गर हमारी भी दुआ इस बार हो जाये तो मुमकिन है हमारी जिंदगी गुलज़ार हो जाए .. चलो Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 21/08/2017 गज़ल न जाने क्या हुई हमसे खता है वो क्यूँकर आजतक हमसे खफा है .. भले ही हो गया हमसे जुदा Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 21/07/201724/07/2017 ग़ज़ल गुल है,गुलशन है,महकती सी डगर है कोई आप हैं साथ या मौसम का असर है कोई प्यार ही धर्म जहाँ Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 20/06/2017 बादल आँख मिचौली करते बादल हमको कितना छलते बादल .. कभी उमड़ते कभी घुमड़ते लेकिन नहीं बरसते बादल .. चालीस पर Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 20/06/201701/07/2017 गीतिका शायद कोई राज़ छिपाया लगता है चेहरे के ऊपर इक चेहरा लगता है प्यार वफ़ा कसमें रस्में वह क्या जानें Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 21/05/2017 ग़ज़ल सीरत खराब उसकी जबाँ और भी खराब ऊपर से देखिये जी गुमाँ और भी ख़राब .. चलने लगीं हैं Read More
गीत/नवगीत रमा वर्मा 12/04/2017 पर्यावरण संरक्षण (गीत) पर्यावरण संरक्षण (गीत) ——————————————- हरी भरी अपनी वसुधा को आज बनायेंगे आओ मिलकर हम सारे कुछ पेड़ लगायेंगे .. संतुलन Read More
गीतिका/ग़ज़ल रमा वर्मा 16/03/2017 ग़ज़ल तुम्हें साथ अपने सदा चाहती हूँ नहीं कुछ तुम्हारे सिवा चाहती हूँ .. न दौलत जहां की,न कोई अटारी सुकूं Read More
गीतिका/ग़ज़लपद्य साहित्य रमा वर्मा 16/03/201716/03/2017 ग़ज़ल दिल में उठी दीवार गिरा क्यों नहीं देते शिकवे गिले हैं जो भी मिटा क्यों नहीं देते .. दुनिया में Read More