लघुकथा आरोप–प्रत्यारोप
सास दूसरे शहर से नौकरी कर आये बेटे विनय को बहू के बारे में अनाप-शनाप कह रहा थी। अभी विवाह
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Read Moreअखिलेश प्राईवेट नौकरी में काम अधिक और कम वेतन से बहुत परेशान रहता था|हर समय परिवार में पैसे को लेकर
Read Moreमंत्रीजी विकास के घर मुशायरा था| सभी नामवर कवियों और शायरों के बारे में मंत्रीजी को बताया गया, क्योंकि मंत्रीजी
Read More“देख नीति, तू ऐसा वैसा कुछ करने की सोचना भी मत| मनीष अच्छा लड़का नहीं है, माना कालिज में तुम्हारा
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