सफलता का गीत
असफलता है एक चुनौती,दो-दो वार करो। फैला चारों ओर अँधेरा,अब उजियार वरो।। साहस लेकर,संग आत्मबल बढ़ना ही होगा। जो भी
Read Moreअसफलता है एक चुनौती,दो-दो वार करो। फैला चारों ओर अँधेरा,अब उजियार वरो।। साहस लेकर,संग आत्मबल बढ़ना ही होगा। जो भी
Read Moreनहीं दुराव,हो उठाव,आज तो पले विवेक। सही बहाव,हो उड़ान,रीति,नीति प्यार नेक।। सुशील हो,न कील हो,बढ़ोतरी करो विनीत। जहान धर्म-कर्म मान,मीत
Read Moreसतत साधना से बढ़े,मेरा सकल समाज। यही कामना,चाह है,भाई मेरी आज।। सतत साधना संग हो,तब गति होगी दून। ध्यान और
Read Moreमंडला–कविता की उपयोगिता को शब्दों की परिधि में कैद नहीं किया जा सकता ! कविता अपने आप में जितनी व्यापक
Read More(1) नारी से शोभा बढ़ती है,नारी फर्ज़ निभाती है। नारी कर्म सदा करती है,नारी द्वार सजाती है।। सबको कब यह
Read Moreहर नारी नित माँगती,कायम रहे सुहाग। युगों-युगों पलता रहे,जीवन में अनुराग।। नारी करवा पूजकर,माँगे यह वरदान। हे !माता देना सदा,पति
Read Moreअपने अध्यक्षीय उद्बोधन में म.प्र. के साहित्यकार प्रो(डॉ).शरद नारायण खरे ने कहा कि ” लघुकथा को कालदोष से बचाया जाना
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