नवरात्रि पर विशेष – मां दुर्गा
शक्ति का आधार मां तू ! ज्ञान का संसार मां तू !मैं लिये अंधियार सँग में, पर सदा उजियार मां
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Read More“जब देखो तब मेरी बहू अपने मायके वालों की तरफ दौड़ी पड़ी रहती है।” बुज़ुर्ग निर्मला ने अपनी हमउम्र पड़ौसन
Read Moreअधरों पर तो हास है, पर दिल में तूफान ! सिसक-सिसक दम तोड़ते, बेचारे अरमान !! प्यार,वफ़ा,अपनत्व अब, बिकते हैं
Read More“बेटा अनंत, पिछले महीने तेरे पापा को ज़बरदस्त हार्ट अटैक आया था।” शहर में नौकरी कर रहे अनंत से गांव
Read Moreनया काल है, नया साल है, गीत नया हम गाएंगे । करना है कुछ नवल-प्रबल अब, मंज़िल को हम पाएंगे
Read Moreजीवन मुरझाने लगा, ऐसी चली बयार ! स्वारथ मुस्काने लगा, हुआ मोथरा प्यार !! बिकता है अब प्यार नित, बनकर के सामान
Read Moreअँधियारे से लड़कर हमको, उजियारे को गढ़ना होगा ! डगर भरी हो काँटों से पर, आगे को नित बढ़ना होगा
Read More“वकील साब पैसा भले ही,कितना भी खर्च क्यों न हो जाए, पर मेरे बेटे का बाल भी बांका नहीं होना
Read More(1) भाई के घर से लौटी बहन उदास दिख रही थी राखी बांधने में कितना घाटा हुआ हिसाब लिख रही
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