काल करोना को सब मिलकर आज हरायें
शासन के संग अनुशासन को अस्त्र बनायेंकाल करोना को सब मिलकर आज हरायें है ऐसा वह कौन धुरंथर, जो ना
Read Moreशासन के संग अनुशासन को अस्त्र बनायेंकाल करोना को सब मिलकर आज हरायें है ऐसा वह कौन धुरंथर, जो ना
Read Moreअंधकार था जब जन-मन में, घोर तमस था सकल भुवन में तब मैंने भी रीत निभायी, देश-भक्ति की ज्योत जगायी!
Read Moreगहन तिमिर संग सूनी राहें काल खड़ा फैलाकर बाँहें नयी इबारत गढ़ना होगा आज मौत से लड़ना होगा। मृत्युदेव ने
Read Moreयुद्ध लड़े ना जाते केवल, सरहद-रण मैदानों में युद्ध लड़े ना जाते हरदम, जल-थल औ’ असमानों में कभी-कभी घर के
Read Moreवासंती मौसम का कैसा, उजड़ गया सिंगार? बागों में खिले फूल लाश के, कहीं बिछी अंगार! चीख रही फागुन में
Read Moreसूरत बदली, सीरत बदली, बदल गयी है बोली चौराहों पर रंगे सियारों की, जब निकली टोली। बने चोर मौसेरे भाई,
Read Moreलेखनी कुछ फूल श्रद्धा के भी तुम उन पर चढ़ा दो। जो धरा की गोद में, सब कुछ लुटाकर सो
Read Moreजब गीत बुलाएँगे मेरे, तुम खुद को रोक न पाओगे संदेश बिना आ जाओगे। प्रेमी मन का जब गठबंधन, इक
Read Moreअपने दुश्मनों को भी, गले हँसकर लगाते हैं, ज़माना जानता है हम, वफ़ादारी निभाते हैं। जो कायल हो तबस्सुम के,
Read More