सामाजिक और धार्मिक कार्यों में आगे कैसे बढ़ें
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।जिसका अपना सामाजिक और मानवीय धर्म भी है, जिसका निर्वहन उसे करना ही होता है। चूंकि
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Read Moreमातृशक्ति नारीशक्ति का नमन वंदन कीजिए औपचारिकताओं भरा न अभिनंदन कीजिए, कोई भी मां बहन बेटी कभी गैर नहीं होती
Read Moreराम जन्मभूमि के नव इतिहास की आधार तो उसी दिन बन गया था, जब सुप्रीम कोर्ट से मंदिर के पक्ष
Read Moreअभी अभी मेरा अंंत:करण जागाऔर सीधे साफ शब्दों में जैसे आदेश देने लगा।बहुत जी लिया औरों के लिएअपने लिए कब
Read Moreअंततः पांच सौ सालों की लंबी प्रतीक्षा, कई पीढ़ियों के साथ वर्तमान पीढ़ी का भी सपना 22 जनवरी को तब
Read Moreबेटियां बोझ नहीं हैयह समझने नहीं महसूस करने की जरूरत है,जिसे मैं महसूस करता था उसके जन्म सेपर आज जान
Read Moreहे हंसवाहिनी, ज्ञानवादिनी माँइस मूढ़ पर भी कुछ ध्यान दो,मेरी अज्ञानता का हरण कर लोविद्या ज्ञान का अमिट वरदान दो।
Read Moreहे ज्ञान की देवी मातु शारदेहम पर तनिक कृपा कर दो,मुझ पर भी थोड़ी दया कर दोहमको भी ज्ञान का
Read Moreवसंत पंचमी पर्व का उद्देश्य बड़ा हैसृष्टि के नवचेतना, नवनिर्माण पथ परआनंद का बोध कराकर आनंदित करना है।वाणी की अधिष्ठात्री
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