सोचो समझो इससे बड़ा ना कोई इस जग मे दूजा है सच करो सतकर्म दुनिया में यही तो इंसा सच्ची पूजा है।। जिसने दुःखाया दूजों को हर पल मेरे ऐ मालिक उसे सज़ा दी मालिक ने वो सजा पा सूजा है।। चलो करके देखो सत्कर्म तुम मानव मेरी मानो मिले हर राह मे खुशी तुम्हें […]
Author: वीना आडवाणी तन्वी
काग़ज़ बोले घायल परिंदा
दिल हुआ था कभी इतना आघात आंसूंओं से भरी थी वीना हाय गुज़रे दर्द संग कितने दिन , रात।। फिर भी ग़म ना घटा उसका वो तो लिखी काग़ज़ पर नित हर बात।। सुनने वाला कोई नहीं था उसको अपनी ही कलम से की उसने हर बात।। सुन काग़ज़ों ने हर वेदना उसकी कहा आया […]
कबीर कोहिनूर प्रथम श्रेणी सम्मान से वीना आडवाणी तन्वी हुई सम्मानित
महाराष्ट्र , नागपुर की वरिष्ठ साहित्यकारा वीना आडवाणी तन्वी का चयन कबीर कोहिनूर प्रथम श्रेणी सम्मान के लिए हुआ । यह सम्मान लेखक अभिषेक कुमार जी द्वारा कबीर जी के ऊपर लिखी हिन्दी भाषी पुस्तक *आधुनिक भारत निर्माण में कबीर जी का योगदान* के सिन्धी अनुवाद के लिए वीना जी को दिल्ली में डॉ अम्बेडकर […]
आज का नेता
नेताजी का पेट निराला भरे इसे पैसों की माला फर्क ना इसको पड़े कभी चाहे गिरे ओस या पाला।। कुर्सी-कुर्सी रटे मन में जाला राशन में भी करे घोटाला आला रे आला देखो आला चुनाव प्रसार करने पहन ये माला।। कोई कहे कामचोर ये …. कोई कहे पचे ना इसे ये गाला कोई कहे स्वच्छ […]
अब कहां मरने पर शोक
अपनों कि मौत का अब कहां लोग पहले सा शोक मनाते तेरहवी तक भी रूक ना पाते प्रतिष्ठान बंद किये शोक मे दो दिन ये भी नुकसान हुआ दो दिन आय का , यह कह जतलाते।। अपनों कि मौत का अब कहां लोग पहले सा शोक मनाते।। होते दो दिन ही की सिर मुंडवाई रस्म […]
विश्वास जो टूटे
जब कभी रिशतों के दरमियान विश्वास टूट जाता है वो रिश्ता , रिश्ता नहीं सिर्फ मजबूरी ही कहलाता है।। तमाम कोशिशें करली कि कभी वक्त सब बदल देगा वक्त तो वक्त दे राज़ी था पर इंसा ना सुधर पाता है।। क्या हासिल कर लिया तुमने ? रिश्तों को तोड़ जो पाना चाहते रिश्तों को तोड़ […]
अवैध रिश्ते
रिश्तों के दरमियान कुछ दगाबाज पलते जो अपनों को ही अंधेरे में रख हर वक्त छलते।। अवैध रिश्ते कहां कभी किसी को फलते हाथ मलते रह जाते तब फरेबी इंसा जब अपनों को भी खोते अवैध रिश्तों से भी हाथ धोते।। जब दुनिया से भी मिले दुत्कार उसको , तब वो तंहाई में आकर अकेले […]
क्यों कलम
क्यों कलम , मुझे इतना आज़माती क्यों कलम , मुझे जीना ना सीखाती।। कलम मैं बनी तेरे हाथ की कठपुतली जैसा चाहे , मुझे कलम वैसा नचाती।। मेरे जज़्बात दिल पर जब दस्तक देते कलम कान लगा , सुनके सब लिख जाती।। कभी तो कलम मुझे मेरे हाल पर छोड़ो मेरे हालत देख तुम तो […]
आंखों पर पट्टीयां ना बांधो हिन्दू बेटियो- लव जिहाद
जी हां , आज जब खुद से ही बतिया कर मैं विचार करने बैठी तो , विचार उपरांत ही ये नतीजा निकल कर सामने आया , पर ये क्या खुद के विचारों पर ही शक की सुई लगा कर निष्कर्ष निकाला की , इस नतीजे का हल अभी तक कोई ना पाया है , कैसे […]
रक्तदान करो
लाल रंग कि लाल कणिकाएं तरसे जरूरत मंद के जिस्म में समाने को।। रक्त बूंदे जीवनदायिनी कहलाए यही समझाएं हम जमाने को।। तरस रहे कितने मरीज़ों के अपने अपनों को ही बचाने को लाल रंग की एक-एक बूंद अपने मरीजों के लिए पाने को।। कभी रिश्तेदारों से , तो कभी गैरों से गुहार कर रहे […]