चाची को मूंछें होती तो
पान चबाकर पीकों से, चाचा होंठ किये हैं लाल। दाढ़ी संग है मूंछ मुड़ाये, चाचा के हैं चिकने गाल।। चाचा
Read Moreपान चबाकर पीकों से, चाचा होंठ किये हैं लाल। दाढ़ी संग है मूंछ मुड़ाये, चाचा के हैं चिकने गाल।। चाचा
Read Moreआओ मिलकर याद करें ; कुछ दिल से भी फरियाद करे हम खुश बैठे अपने घर पर; वे सीमाओं पर
Read Moreहिंदू होना आज भारत में पाप हो गया, देश का तिरंगा चंदन को अभिशाप हो गया। देश विरोधी हरकत करने
Read Moreकविता पल्स पोलियो रविवार पल्स पोलियो का अभियान, क्यों न बने अपना अभिमान. अगर सफल हो यह अभियान,
Read Moreदेश में भ्रष्टाचार का अंत हो। फल फूलों से भरा बसंत हो।। लुटे नहीं दिन दहाड़े कोई भी। न ही
Read Moreजागो जागो भरत कुमारो, कैसा दुर्दिन आया है, देवों से पावन हुई धरा पर, असुर साम्राज्या क्यों छाया है, मर
Read More