कटिहार जंक्शन के प्लेटफार्म नं. वन पर (पहले RMS वाले प्लेटफार्म पर) AHW बुक शॉप कई दशकों से चर्चित रहा है, बड़े-बड़े साहित्यकारों ने यहाँ से पुस्तकें व पत्रिकाएँ खरीदते रहे हैं, किन्तु अब प्रिंट पुस्तकों व पत्रिकाओं की बिक्री नहीं होने पर उस जगह भुजिया-गुझियां बिकने लगी हैं। इस शॉप के ऑनर श्री राजीव […]
कथा साहित्य
खोखला करती दीमक
वीराने से एक जंगल में कई सौ साल पुराना बरगद का एक वृक्ष था। उसकी लम्बी-लम्बी लटाएं धरती को छू रही थी। बूढ़े बरगद में अपार शक्ति थी। उसके भयानक रूप को देखकर लोग उसके पास जाने से डरते थे। बरगद भी बहुत अकड़ कर अपनी मूछों पर ताव देता था कि इस जंगल में कोई […]
ऊपर जाकर तुम्हारी दादी को क्या जवाब दूंगा
स्वाति और सुमन दो बहनें थी। दोनों पढ़ने में काफी होशियार थी। लेकिन यकाएक दो माह के भीतर ही माता पिता के गुज़र जाने के कारण उनपर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा। दोनों के देखभाल और उनकी पढ़ाई लिखाई की दोहरी जिम्मेदारी अब परिवार में एक मात्र बचे सदस्य शिक्षक पद से अवकाश प्राप्त दादाजी […]
तोड़ती बेड़ियाँ
धीमा स्वर कब उच्च हो गया दोनो को ही पता नहीं चला।कमरे के बाहर घर के सभी सदस्य जमा हो गए थे। नयी नवेली बहू बेटे से सवाल पर सवाल कर रही थी, “हाँ, कोरोना से बचना चाहिये।शादी किये महीना पूरा हो गया।आप और हम कब तक सोशल डिस्टेंसिंग मनाएंगे?? हम कब तक एक दूसरे […]
सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर का जन्मदिन
महान क्रिकेटर पद्मभूषण कपिलदेव निखंज के जन्मदिवस पर शुभकामनाएं…. कपिलदेव रामलाल निखंज भारत के महान क्रिकेट खिलाड़ी हैं। भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खिलाड़ियों में उनकी गणना होती है। वे भारतीय क्रिकेट के कप्तान के रह चुके हैं। उनकी कप्तानी में 1983 में भारत ने पहलीबार विश्व कप जीते। वे विस्डेन द्वारा वर्ष 2002 में ‘सदी […]
किशमिश
लॉक डाउन के चलते आँगन में गिलहरी का बच्चा आगया।वो बहुत ही छोटा वापस अपने घर पर जाने में असमर्थ।आँगन में बिल्ली भी घुमा करती।डर था कही बिल्ली गिलहरी के बच्चे को कही पकड़ ना ले।कुछ देर बाद बिल्ली अचानक आगई औऱ गिलहरी के बच्चे को पकड़ने झपटी जब देखा तब भगाया।गिलहरी का बच्चा बगीचे […]
पूरा नाम (लघुकथा)
“हाँ तो, नाम क्या है तुम्हारा?” आगंतुक से कुर्सीधारी ने सवाल किया। “जी, महेश।” खड़े-खड़े ही विनम्रता पूर्वक जवाब दिया आगंतुक ने। “अरे पूरा नाम बता….।” कुर्सीधारी ने शब्दों को छानने की कोशिश की। “जी, महेश कुमार।” “अरे आगे भी कुछ लिखता होगा…।” अब कुर्सीधारी के स्वर में कड़कपन था। महेश कुर्सीधारी के चेहरे के […]
जबरा फैन (लघुकथा)
“सर! मैं आपका बहुत बड़ा फैन हूँ। सोशल मीडिया पर आपकी हर पोस्ट को लाइक करता हूँ।”सुनकर माननीय का मन प्रसन्न हुआ और उत्सुकतावश, “बड़ी अच्छी बात है। आजकल में आपने मेरी कौन-सी पोस्ट पढ़ी है।”एक कुटिल मुस्कान के साथ, “जी मैंने कहा लाइक करता हूँ…” और झेंपते हुए वह कन्नी काट गया।— विजय ‘विभोर’
लघुकथा – अर्धांगिनी
” सुनंदा!ओ सुनंदा !पानी ही डालती रहोगी या भोजन भी परोसोगी।” आंगन में तुलसी के पौधों को पानी डाल जब सुनंदा पीछे की ओर मुड़ी तो उसे अपने पति की वही झल्लाहट भरी आवाज सुनाई पड़ी। सुनंदा एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार की अकेली लड़की थी । वह कम पढ़ी- लिखी सांवली सूरत वाली थी । सुनंदा […]
लघुकथा – पाचन शक्ति
तरबूज़ खाते-खाते निहारिका बार-बार दादी से तरबूज़ खाने का इसरार किए जा रही थी और दादी बार-बार खाने से इन्कार कर रही थी। तभी निहारिका की मांँ ने कहा, “रहने दे न बेटा। तुम्हें पता है इस उम्र में पाचन शक्ति कमज़ोर हो जाती है।” […]