मेरा बेटा
मेरा बेटा दिव्या का मन भारी हो रहा था।इतनी बड़ी कंपनी की वह अकेली वारिस थी।वह अपने माता-पिता की इकलौती
Read Moreयादों के जनरल स्टोर में कुछ स्मृतियां स्पैम फोल्डर में पड़े रह कर समय के साथ अपने-आप डिलीट हो जाती
Read Moreएक सुखी परिवार की परिभाषा जैसी होती है, वैसा ही था सपना और अशोक का परिवार। सुख-सुविधा और धन-दौलत की
Read Moreबात जून सन् 1999 की है जब देश में कारगिल की जंग छिड़ी हुई थी। उस समय डाकिया रामखेलावन काका
Read Moreएक गांव में हरिराम की साइकिल पंचर जोड़ने की दुकान थी। यह गांव की सबसे बड़ी दुकान थी। उसकी दुकान
Read Moreसुनते आया हूँ, मालकिन के साथ नौकरों के और मालिकों के साथ नौकरानी की अवैध संबंध रहे हैं! भीषण गर्मी
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