करवाचौथ
‘अरे ज़रा नमक लेती आना सब्ज़ी में कम रह गया है और रोटी ज़रा पतली …’ वाक्य अधूरा रह
Read Moreकिसी की सजगता और कर्त्तव्यपरायणता से एक बड़ा हादसा टल सकता है, यह सिद्ध कर दिया कृष्णा की कर्त्तव्यपरायणता ने. चलने
Read Moreखिलंदड़ी मैडम चुनाव जीतकर एम एल ए बन चुकी हैं. उनके पहनावे, रहन-सहन और बोलचाल में कोई फ़र्क नहीं आया
Read More”लघु कथा” “खुले गगन में मैना” उड़ रही थी एक मैना निर्भीक होकर खुले गगन में। मगन थी, अपने विश्वास
Read Moreकभी-कभी हादसे-पर-हादसा हमें जाने कहां-कहां ले जाता है. अभी हाल में ही अमृतसर ट्रेन हादसे से हम अवाक रह गए
Read Moreआज मेरी पहली किताब छपकर आई है, वो भी हिंदी अकादमी के आंशिक आर्थिक सहयोग से. हिंदी अकादमी के सहयोग
Read Moreरोज की तरह आज भी सैर पर वो तीन कबूतर मिले थे. उनके पास पहुंचते ही उन्होंने नजरें उठाकर मेरी
Read More“इस छोटे से शहर की इतनी आबादी नहीं है कि ओवर ब्रिज को इतना फैलाया जाये….और इतने घुमाव है इसमें
Read More“बड़े उपदेशक बने फिरते हो! आज के युग मे ऐसी बातें कौन करता है! तुम संन्यासी हो संन्यासी। आज के बच्चे तुम्हारी
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