अजकर करे न चाकरी – भाग 1
कालू चारपाई पर लेटा-लेटा सोच रहा था, जी हाँ सोच रहा था। कालूराम सोचते भी हैं ये बात वो खुद
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Read More“क्या कटीली लगती है यार! कसम से दिल आ गया है हमारा तो इस पर ” प्रदीप ने आह भरते
Read Moreबहुत दिनों बाद मेरे सामने वाला फ्लैट किराए पर लगा! सभी फ्लैट वासियों के साथ साथ मुझे भी खुशी और
Read Moreश्रद्धेय अंकल प्रणाम। फोन मोबाइल ई-मेल, एस.एम.एस. के युग में यह पत्र आपको आश्चर्य चकित करेगा परन्तु मेरी जीवन यात्रा
Read Moreदूरदर्शन पर रियलिटी शो चल रहा था. उसमे सायली जो ५०% विकलांग है. न पूरा बोल पाती है और ना ही
Read Moreकाअ हो तहरा घरे सभन चाचा लोगन के अलग अलग न्योता के कार्ड जाई नु ना ना हमरा घरे ऐ
Read More“राघव तुम मुझ से प्यार तो करते हो न ?” नमिता ने राघव की आँखों में झांकते हुए पूछा ।
Read Moreसमय बीत जाता है यादें रह जाती हैं। आज उन्हीं यादों की फहरिस्त में से झबरी की याद आ गई,
Read Moreकितनी गहमागहमी है हर तरफ़। हर कोई अपनी ही धुन में, किसी भी दिशा में भागता हुआ सा। स्टोव की
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