सार/ललित छंद
१. टिक टिक करती घड़ियाँ बोलीं, साथ समय के चलना सोने से सो जाते अवसर, मिलता कोई हल ना नींद
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Read More१) पुनर्जन्म है सच अगर, चाहूँ मैं हर बार हिन्दी की सेवा करूँ, जन्मूँ बारम्बार। जन्मूँ बारम्बार, देश में अलख
Read Moreखाली दोनों हाथ हैं ना गुटली ना आम सिद्धू पाजी को मिला वाजिब एक इनाम वाजिब एक इनाम आप का
Read Moreजब ते निहारा तोरा,चंदा सा सुहाना मुख, मोरे जियरा में जाने, कैसी लगी आग है | ऐसी में मगन भई,
Read Moreआशुतोष वर देते, सारी पीड़ा हर लेते, सुरासुर देव शिव, सर्वहितकारी है | तन पे लगाएं भस्म, शिखर सजाएं चन्द्र,
Read Moreमापनी -१२२२ १२२२ १२२२ १२२२ बहन का प्यार है राखी जहाँ नित मर्म कहता है लगाया प्राण की बाजी हुमायूँ
Read Moreअमर वीरता कुर्बानी, देश हुआ आजाद प्रतिपल ताजी याद में, सीमा है आबाद सीमा है आबाद, सिपाही सीना ताने हर
Read Moreमन को मरोड़ तोड़, विषयों को पीछे छोड़, मन को बनाके दास, मन पर राज कर | मन सदा भरमावें,
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