मतवाला जिया
बचपन में बाजी लगती थी, किनके मूत्रोत्सर्ग की धार दूर जा गिरती है, उसे रसगुल्ले खिलाएंगे; तब खूब खाते थे,
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Read Moreहम जितने ही अधिक आरामतलबी, सुविधाभोगी और भौतिक संसाधनों से लबरेज़ हुए, उतने ही अधिक महामारियों ने संक्रामक रूप अख्तियार
Read Moreसत्रह दिनों में सैंतीस उपन्यास पढ़कर खत्म की…. सोशल डिस्टेंसिंग और संयम में रहकर लॉकडाउन का सदुपयोग ! ×××× मैंने
Read More‘सोशल डिस्टेंसिंग’ में मित्रो से न मिलना दोनों के हित में है; पर दुःख की घड़ी में जो मित्र ‘मैसेज’
Read Moreएक रेखांकन मछली और बगुला साथ-साथ ! मछली और बगुला एक-दूसरे के दुश्मन हैं, बावजूद मैंने दोनों के साथ-साथ रेखांकन
Read More….और यह पीएम अंकल ही है, जो सर्वप्रथम ‘राष्ट्र’ को देखते हैं, तभी तो 2020 में देश के सभी ‘धार्मिक
Read Moreकौन कहता है अदावत करो; हो सके तो मुझसे भी प्रेम कर लो ! ×××× ‘राजनीति’ एक ‘गुप्तरोग’ है, जो
Read Moreकिसी तरह की ‘वायरस’ की आजतक स्थायी कोई दवा नहीं बनी है चाहे वो डेंगू वायरस हो, चिकनगुनिया हो, एचआईवी
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