ग़ज़ल
रात तन्हा है मेरी और सहारे आँसू ख़त्म उम्मीद नहीं और न हारे आँसू दर्द की शब में सबब
Read Moreमानो या न मानो लेकिन जीवन का आधार यही है। सुख दुख आते जाते रहते मेरा तो व्यवहार यही है।
Read Moreवो आंखों का तारा कहाँ खो गया ! जो कल था हमारा कहां खो गया !! दुनिया की नज़र
Read Moreअँखियाँ तेरी कयामत हैं बस ! अँखियाँ तेरी नियामत हैं बस !! हम तो यहां फकीर हुए हैं ,
Read Moreआंखों में तकरार यहां है ! आंखों में मनुहार यहां है !! दुनिया से टकरा जायें हम , आंखों
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