ग़ज़ल
ताज़ा’ कानून लाभकारी है घूस खोरों में’ बेकरारी है | देश में आज अंध हैं श्रद्धा अंध विश्वास इक बिमारी
Read Moreये ख्वाहिशें हैं कि दिल तक मुकाम हो जाये । सियाह ज़ुल्फ़ के साये में शाम हो जाये ।। हैं
Read Moreमत कहो हमसे जुदा हो जाएगा । वह मुहब्बत में फ़ना हो जाएगा ।। इश्क के इस दौर में दिल
Read Moreयहां विदेशी शरण पा रहे इनके कई हितैषी ! देश की चिंता यहां किसे है , मन भाये परदेसी !!
Read Moreगर्भ में बेटी पले मार दी जाती है अजन्मी बेटी दुनिया देख नही पाती है सभी कहते है कुल का
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