ग़ज़ल
हुआ क्या है तुझे चेहरा बुझा क्यों है हँसी उल्लास सबकुछ अब लुटा क्यों है ? नयन कुछ आज कहता
Read Moreजिसको चाहा था तुम वही हो क्या? मेरी हमराह ज़िंदगी हो क्या? कल तो हिरनी बनी उछलती रही क्या हुआ
Read Moreप्यार का अजब सिला मिला हमको। होकर फिर वो जुदा मिला हमको। जिसकी आँखों में थी कभी ज़िन्दादिली; वो जब
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