ग़ज़ल
किस तरह बेहतर उसके ख्यालात होंगे जख्म भींगे हुए, दर्द भरे हालात होंगे दुआ सलाम से भी लोग नजरें चुराने
Read Moreउधर देखा, कभी खु़द की तरफ़ देखा नहीं मैंने नफ़ा, नुक़सान क्या होगा कभी सोचा नहीें मैने। मुझे भी हर
Read Moreउसने इतनी शराफ़त से जहर मिला दिया शराब में जैसे चाँद उतर आया हो ख़्याल-ओ-ख़्वाब में। किसी आशिक़ ने छोड़
Read More