सम्प्रभुता हमारी
हिम्मत,ताक़त,शौर्य विहंसते,तीन रंग हर्षाये हैं ! सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं !! क़ुर्बानी ने नग़मे गाये, आज़ादी का वंदन
Read Moreहिम्मत,ताक़त,शौर्य विहंसते,तीन रंग हर्षाये हैं ! सम्प्रभु हम,है राज हमारा,अंतर्मन मुस्काये हैं !! क़ुर्बानी ने नग़मे गाये, आज़ादी का वंदन
Read Moreकुछ दिनों से रेडियो सुनने का मन नहीं करता लगने लगा है कि टेलिविज़न में भी कोई ढंग का कार्यक्रम
Read Moreवो अतीत-इतिहास बन गया, जो भी हुआ पुराना। नूतन के स्वागत-वन्दन में, डूबा नया जमाना।। भूल गये हैं हम उनको,
Read Moreनव वर्ष का भोर आया है नये खग- कल गान लाया है धरा पे मधुर मकरन्द छाया है पुष्पित फूलों
Read Moreजो जैसा करता है जग में वैसा ही वह पाता है चाहे जितना रो ले गा ले, पास नहीं कुछ
Read Moreविधान-, मात्रायें -13, 19, यति से पहले व बाद में 21या12 चरणान्त 22, चरणान्त शब्द – छाया मानव कर्म महान
Read Moreजब मन में हो मौज-बहारों की , चमकाए चमक सितारों की , जब खुशियों के शुभ घेरे हों तन्हाई में
Read Moreमन का सुमन हमेशा गाये, अभिनव मंगल गान। अपनी कुटिया बन जाएगी, फिर से विमल-वितान।। उगें नये पौधे बगिया में,
Read Moreनया काल है,नया साल है,गीत नया हम गाएंगे । करना है कुछ नवल-प्रबल अब,मंज़िल को हम पाएंगे ।। बीत गया
Read More