“दोहे”
माँ माँ कहते सीखता, बच्चा ज्ञान अपार माँ की अंगुली पावनी, बचपन का आधार॥-1 आँचल माँ का सर्वदा, छाया दे
Read Moreकभी मैं रूठ जाऊं तो मनाने पास आते हो। कभी होती नजर से दूर तो तुम ढूंढ लाते हो यही
Read Moreपैसे लेकर बेचते, जो भी अपना वोट, जरा स्वार्थ में दे रहे, लोकतंत्र को चोट | अपराधी को वोट दे,
Read Moreअगर दो पंख बेटी को छुएगी आसमां इक दिन कहेगा ये जहां सारा इसी की दासतां इक दिन भरेगी कल्पना
Read Moreतुम साँस की चलन हो दिल की तुम्ही हो धड़कन । मेरा वजूद तुमसे तुम हो हमारा जीवन । तुम
Read Moreमिटाने अँधेरा चला दीप जैसे, निशा खिलखिलाती बताते रहे हम । कहाँ का अँधेरा मिटाने चला तू, सदा रोशनी दिल
Read Moreये वक़्त भी गुजर गया बातोँ बातोँ मेँ,,,,,,,,, दुरियाँ बदल न सकी मुलाकातो मेँ,,,,,,,,, बिजलियोँ को छूने की तमन्ना सी
Read More1 – आभासी संसार की खूबसूरत गली -गली एक जगह न दाल गली, दूजी भली -भली बिन लागत दूकान खोल,
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