अप्रैल फूल दोहा एकादशी
हाय! मार्च क्यों कर गया, यूँ जाने की भूल आया है सरकार फिर, आज अप्रैल-फूल // १. // आज
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Read Moreहंसी मिलती नहीं है रेल से, हंसी मिलती नहीं पनवेल से न ईर्ष्या-द्वेष से मिलती कभी भी हंसी आती नहीं
Read Moreजन -जीवन का आधार सतत वह ज्योति पुंज सविता ही है बंजर उपवन करने वाली जलधार सलिल सरिता ही है जो
Read Moreरफ्ता रफ्ता खो गया, दिल का चैन करार। रफ्ता रफ्ता हो गया , मुझको उससे प्यार। जब से मेरी हो
Read Moreकाश्मीर की कली हुई पहले से खुशबूदार। अब्दुल्ला- मुफ्ती के चंगुल से हो गई फरार।। जोगीरा सरररर…… तीन तलाक न
Read Moreकुछ मुक्तक १) कोरोना प्राण घातक है, चलो यह जानते हैं सब । दवा कोई नहीं इसकी, चलो यह मानते
Read Moreआओ पहुँचाए चलो,घर घर सभी रमेश । कोरोना पर देश के, ..पी अम का संदेश ।। आओ हम खायें कसम,
Read Moreदेख वायरस को मची, जग में हाहाकार। कोरोना से डर रहा, सारा ही संसार।। — जगह-जगह पर हो रही, कोरोना
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