तथ्यों को प्रतिबिम्बित करती 10 कविताएँ
डॉ. सदानंद पॉल की तथ्यों को प्रतिबिम्बित करती 10 कविताएँ….. 1. ●बाबूजी का थैला होश सँभालने से अबतक, थैले ढो
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Read Moreपृथक् नहीं कोई रहे, सभी रहें संयुक्त जीवन भर हम सब रहे, कोरोना से मुक्त 1 कुछ ऐसा होवे जतन,
Read Moreहर बार इत्तफाक़ों का सैलाब मेहरबान नहीं होता। काम ना आ सके जो दूसरों के वह इंसान नहीं होता। ज़िन्दगी
Read Moreकोरोना ने अनधिकार अधिकार कर लिया हमारी साँसों पर मिलना जुलना, हाथ मिलाना गले लगना और लगाना प्यार से अथवा
Read Moreजी चाहा कि पुकार लूं, पर क्या करते बड़ी दूर थे तुम ॥ आँखों में आकाश लिए इच्छाओं का पाश लिए
Read Moreमटरगश्ती करती कुछ कविताएँ….. 1. झोलाछाप डॉक्टर मुम्बई में नहीं रहता ! रूरल एरिया का झोला छाप डॉक्टर हूँ, गोकि
Read Moreक्या दूं तुम्हें हुआ सब अंदर बाहर खाली तन-मन सब टूट रहा गई चेहरे की लाली भय में पूरा दिन
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