*गीतिका *
मै तेरे करीब आने से पहले ! रोई बहुत मुस्कुराने से पहले !! जलती रही मै शामो-सहर ! आया कहां
Read Moreपंडित जीSSS, गौरां की शुभ लगन लिखी क्या बतलाओ पंडित जीSSS, कैसा वर पाएगी गौरां बतलाओ- 1.तीन लोक का
Read Moreबादल घिरता देखो तो, मीत याद आता है, ठंडी हवा के सिहरन से प्रीत याद आता है। दूर अभी मैं
Read Moreकैसे ये तीज मनाऊं मैं। कैसे तो रीझ दिखाऊँ मैं। बिन साजन सूना सावन है। सूना ये
Read Moreजिसके पास कुछ भी नहीं, मैंने उसे भी हँसते देखा है, जिसके पास है सब कुछ ,मैंने उसको भी रोते
Read Moreमैं फ़कीरों की बस्ती में कहीं जा पहुंचा न जाने फिर क्यूं हंगामा खड़ा हो गया मंदिर की घंटी बजते
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