तीन बाल मुक्तक
ये दुनिया खुशियों का मेला ,इसमें भरना नहीं झमेला ,उससे मिलना ख़ुशी ख़ुशी से ,जो मानव होवे अलबेला। —जोर लगा
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Read More1.भारत मां एक बना दो हे भारत मां, हम बच्चों को नेक बना दो, जीवन में सद्गुण का धन दे,
Read Moreमाँ गुड़हल का फूल कहाँ है,लाकर मुझे दिखाओ।चित्रों वाले फूल दिखाकर,मुझको न बहलाओ।हमनें बस गेंदा गुलाब के,देखे फूल असल के।बाकी
Read Moreहम हैं आज के जागरुक बच्चे, हिंदी से है हमको प्यार, भाषाएं कितनी भी सीखें, निज भाषा अपना उपहार. आओ
Read Moreएक गांव में रहते दो भाई, आपस में करते खूब लड़ाई!! कभी झगड़ा तो कभी रगड़ा, दोनों करते खूब लफरा
Read More(जन्मदिन-हाइकु) मुबारक हो जन्मदिन की वेला मंगल मेला. -गुरमेल भमरा मुबारक हो! (गीत) जिंदगी के गुल्लक में, नया साल मुबारक
Read Moreइठलाती सी बलखाती सी लहराती जल में रानी सी जल ही जीवन जल ही जग है जल में रहती महारानी
Read Moreहम हैं छोटे फिर भी देखो, महक हमारी जग महकाए, जैसे छोटी सी इक कोयल, चहक-चहक जग को चहकाए. प्रभु
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