नाच रहे थे खुशी में सारे, रिमझिम बारिश बरस रही, पर जाने क्यूं,एक कोने में, बैठी चिड़िया सुबक रही, पूछा तो बोली देखो वर्षा ने, मेरा घरौंदा गिरा दिया क्या करूं और कहां जाऊं मैं, घर...
ऋतुओं की रानी है वर्षा , रिमझिम -रिमझिम होती वर्षा , चारों तरफ हरियाली छायी , मौसम में ख़ुशहाली लायी , खुश होती तो भर देती है नदी तालाब में पानी वर्षा , पर गुस्से में...
पाँच साल की हुई जो सिमरन, दादा बोले चल, नाम लिखा आता हूं स्कूल में पढ लिख कर बनो सफल, बेमन से होकर तैयार, बिटिया चली स्कूल, पूरे दिन बस खेल खेलना, कैसे जाती भूल, भूख...
काले बादल नभ में गरजते , रिमझिम -रिमझिम बरसते बादल , इस तप्त धरती को , शीतलता प्रदान करते बादल , इन बूंदा बूंदी फुहारो में , बच्चे नहाते आँगन में , शोर मचाकर , धूम...
एक बार पार्टी थी घर में, लड्डू आए बड़े बड़े, खाते खाते दो लड्डू थाली मे से निकल पड़े, मां बोली पिंकी से बेटा, नीचे गिरा हुआ मत खाओ, चिड़िया कोई खा ले इसको , ऐसी...
चुनमुन चुनमुन चल स्कूल, झाड़ किताबो की अब धूल, छुट्टी मे इतना खेले कि पढ़ना लिखना गए सब भूल खत्म हो गई छुट्टी अब तो, रोज़ विद्यालय जाऐंगें, पढ़लिख कर कुछ बन पाऐ काम सभी के...
पेड़ न होते इस धरती पर,, हरी-भरी इसे करता कौन ? पेड़ न होते तब हम सबको मीठे फल खिलाता कौन ? पेड़ न होते तो हम सबको, शुद्ध वायु देता कौन ? चलते-चलते जब थक...
वृक्षों से धरती सजाओ, पर्यावरण स्वच्छ बनाओ। इधर-उधर कूड़ा मत फैंको, धरती का कण-कण महकाओ॥ पोलीथीन से नाता तोड़ो, जूट के बैग सब अपनाओ। वाहन कम से कम चलाओ, धुंए से सबको बचाओ। आओ सब मिल...
ईक लहरा बारिश हो गयी शहर गुलाबी हो गये । नदियों के किनारे भीग गये नदियों में बूदें तैर गयी । हवा के झोंके सर्द हुए ईंटों की गर्मी भभक गयी । सडकों पर नाली उफन...
चुन्नु-मुन्नू बन ठन के पहली बार स्कूल चले, नानाजी की सारी बातें रख बस्ते में भूल चले, चुन्नु-मुन्नू ने कक्षा में जैसे ही पाँव ठोका, एक मोटी आवाज ने उन दोनों को रोका, दोनों सहमे, देखा...
Social