कीटों की कहानी: उनकी ज़ुबानी
मलेरिया का वाहक हूं, आपके खून का ग्राहक हूं, ज्वर फैलाना मेरा काम, मच्छरमल है मेरा नाम, सबको ही है
Read Moreमलेरिया का वाहक हूं, आपके खून का ग्राहक हूं, ज्वर फैलाना मेरा काम, मच्छरमल है मेरा नाम, सबको ही है
Read Moreबड़ा या छोटा सा पेड़ अपने घर एक लगाओ सभी प्यार से पेड़ कम अधिक जगह देखकर छोटा या बड़ा
Read Moreनन्हा टिंकू गया बजार, लेकर आया केले चार. केला एक दिया ममी को, केले रह गए बाकी तीन, बोला, ”कौन
Read Moreनन्हा मैं हूँ नन्हा सा ही पेड़ लगाऊंगा, भरी जवानी में फल जिसके ढेर खाऊंगा। हरी भरी धरती पर बरसेंगें
Read Moreएक सेठ का नौकर मूढ़-सा, शेखचिल्ली था उसका नाम, चलते-फिरते, जागते-ऊंघते, सपने लेना उसका काम. एक बार बोला मालिक से,
Read Moreचुन्नू मुन्नू दौड़े आये दादी से कुछ बात बताये जो नही दिखती थी मेरे घर में आज वह बाहर देखी
Read Moreप्यारे – प्यारे बच्चे आएँ नाना के घर खुशियाँ लाये! मीठे- मीठे बोल सुनाकर सबके दिल पर राज कराते! नानी
Read Moreएक परी के सात पुत्र थे, सातों अलग-अलग रहते थे, एक पुत्र का नाम रवि था, वह स्वभाव से एक
Read Moreलम्बी-लम्बी हरी मुलायम। ककड़ी मोह रही सबका मन।। कुछ होती हल्के रंगों की, कुछ होती हैं बहुरंगी सी, कुछ होती
Read More