बाल कविता : हवा में किसने ज़हर मिलाया
दादा जी को खांसी छूटी, दादी मां की आंखे फूटी, लौकी ,तोरी में इंजेक्शन, करते बाॅडी में इंफेक्शन, साईकिल नहीं
Read Moreदादा जी को खांसी छूटी, दादी मां की आंखे फूटी, लौकी ,तोरी में इंजेक्शन, करते बाॅडी में इंफेक्शन, साईकिल नहीं
Read Moreकूँहू कूँहू कर कोयल कूँहूके आम के डाल पर बैठे रहती कितनी प्यारी बोली इसकी सभी को मंत्रमुग्ध कर देती
Read Moreचॉद तारो का मेल है नही ये कोई खेल जब आसमां मे चॉद दिखे तारें भी संग संग छाये बच्चो
Read Moreआओ खेलें चिडिया फुदक फुदक ,कुछ कहती चिड़िया पंखों मे , दम भरती , चिड़िया मुन्ना बोला गीत सुनाओ मुन्नी
Read Moreमैं बेचारा बेबस शिशु सबके हाथों की कठपुतली मैं वह करुं जो सब चाहें कोई न समझे मैं क्या चाहूँ।
Read Moreहम हैं विद्यालय के बच्चे नन्हे मुन्हे छोटे बच्चे रखते सपने दिल में सच्चे करते हरदम बाते अच्छे। खेल-कूद में
Read Moreचलाना एक सफल अभियान, बचा लेना पेड़ों के प्राण । दिनों दिन कटते जाते पेड़ , सूखती जाती हरियाली। नदी
Read Moreऐ नन्ही तू कित कित खेल , नन्हा तू खेल कबड्डी …. तभी तो होगी तन्दरुस्ती , मजबूत होगी तेरी हड्डी !!
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